Sunday, June 26, 2011

हार्दिक

मैंने खड़ा होना सीख लिया है

मैं पार्क में भी जाता हूँ


घास अच्छी है ना

मेरे संग हंस लो

मैं बहुत खुश हूँ

3 comments:

  1. deepak ji
    ati sundar post .sabhi fhotos man ko mohane wali hain .kya ye aapke bete hain?
    bahut badhiya
    badhi
    poonam

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  2. बहुत सुंदर। ऐसे ही खुशियां बांटते रहो।

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  3. सुन्दर खूबसूरत दिलकश फोटोज.
    हँसता खिलखिलाता नन्हा फरिश्ता,जिसकी निर्मल हँसी मन को मगन कर रही है.
    प्रभु से प्रार्थना है यह हंसीखुशी सदा ही जीवन में बनी रहे.

    आपने मेरे ब्लॉग पर दर्शन दिए और सुन्दर टिपण्णी से मुझे कृतार्थ किया,इसके लिए बहुत बहुत आभार आपका.
    यूँ ही संवाद बनाये रखियेगा.

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